कर्मा आयुर्वेदा के ट्रीटमेंट से ठीक हुई एक्यूट किडनी फेल्योर की समस्या

नमस्कार, मेरा नाम दिलबर सिंह रावत है| मैं अल्मोड़ा, उत्तराखंड का रहने वाला हूँ| मैं घरों में टेलीविज़न डिश लगाने का काम करता हूँ| मेरा काम ही कुछ ऐसा है कि पूरा दिन कब निकल जाता हैं कुछ पता ही नहीं चलता| सारा दिन एक गाँव से दूसरे गाँव में डिश लगाने पर निकल जाता है| पहाड़ों में तो गाँव और घर बहुत दूर-दूर होते हैं| कई गाँव तो ऐसे भी हैं जहां अभी तक रोड़ भी पहुंची, ऐसे में मुझे और मेरे साथ काम करने वाले को पैदल ही जाना पड़ता था|

एक दिन हम पास के ही गाँव में डिश लगाने गए थे कि अचानक मेरे पेट में दर्द होने लगा और मेरा पूरा शरीर पसीने से भीग गया| कुछ देर के बाद ऐसे लगा जैसे मुझे पेशाब आने वाले हो लेकिन जैसे ही मैं पेशाब करने लगा पेशाब ही नहीं आई| मुझें लगा शायद गर्मी के कारण ऐसा हो रहा हो| फिर जब मैं घर पहुंचा मैंने अपने छोटे भाई को बताया उसने कहा, ‘अगर ज्यादा तबीयत खराब हैं तो डॉ. को क्यों नहीं दिखा लेते !


मैंने सोचा, अब इतनी छोटी-सी बात के लिए डॉ. से क्या पूछना कुछ दिनों तक तो मेरी तबीयत ठीक रही| लेकिन कुछ दिनों के बाद मुझें घबराहट और पेशाब करने में जलन सी महसूस होने लगी| मेरे घर से अल्मोड़ा हॉस्पिटल नजदीक ही है| जब मैं वहाँ गया तो मैंने डॉ. साहब को सब कुछ बताया उन्होने पहले मुझे ब्लड टेस्ट और यूरिन टेस्ट करने की सलाह दी| 

KFT रिपोर्ट आने पर डॉ. ने मुझे बताया कि मुझें एक्यूट किडनी फेल्योर की समस्या हैं, 'उन्होने मुझे कुछ दिन दवाई खाने के लिए कहा और हल्द्वानी हॉस्पिटल में दिखने की सलाह दी'| मेरी तबीयत तो दिन-ब-दिन खराब हो रही थी मैं तो अब चल भी नहीं पा रहा था और ऐसा लग रहा था कि जैसे शरीर में जान ही नहीं बची हो| मेरे तो हाथ-पैर बिल्कुल भी काम नहीं कर रहे थे और सोते समय एक तरफ से दूसरी तरफ पलट भी नहीं पा रहा था कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर अचानक ये सब क्या हो रहा है मेरे साथ !

हल्द्वानी हॉस्पिटल के डॉक्टर ने मेरी रिपोर्ट देखकर बोला कि आपकी तबीयत एक्यूट किडनी फेल्योर की समस्या के कारण खराब हो रही थी| डॉ. साहब ने मुझें 1 महीने की दवाई खाने की सलाह दी लेकिन मेरी तबीयत में उन दवाइयों से भी कोई खास फर्क नहीं पड़ा|

फिर एक दिन मेरे पड़ोस में रहने वाले भाई साहब ने हमें समझाया कि आप Ayurvedic Kidney Treatment क्यों नहीं करवा लेते और उन्होने हमें कर्मा आयुर्वेदा के किडनी ट्रीटमेंट हॉस्पिटल के बारे में बताया| फिर हमने कर्मा आयुर्वेदा के (kidney failure treatment in ayurveda without dialysis) आयुर्वेदिक किडनी ट्रीटमेंट यूट्यूब चैनल पर किडनी रोग और एक्यूट किडनी फेल्योर जैसे समस्या से ठीक हुए किडनी रोगियों की विडियो देखी| फिर हमने सोचा चलो कोई नहीं आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट भी करावा कर देख लेते हैं| हम दिल्ली के कर्मा आयुर्वेदा हॉस्पिटल गए और डॉ. पुनीत से मिलें उन्होने मेरी सारी रिपोर्ट देखी और हमें बताया कि एक्यूट किडनी फेल्योर में दोनों किडनी की कार्यक्षमता अल्प अवधि में थोड़े दिनों के लिए कम हो जाती है । पेशाब कम होना या बंद हो जाना। चेहरे, पैर और शरीर में सूजन होना, साँस फूलना, ब्लडप्रेशर का बढ़ जाना । दस्त-उलटी, अत्यधिक रक्तस्त्राव, खून की कमी, तेज बुखार आदि किडनी फेल्योर के कारण भी हो सकते हैं। | लेकिन घबराने वाली कोई बात नहीं आपको रेगुलर आयुर्वेदिक दवा खानी होगी|

मुझें डॉ. पुनीत ने 1 महीने की (Ayurvedic treatment for Acute kidney Failure) दवा लेने की सलाह दी| जैसे डॉ. साहब ने मुझें समझाया था मैं वैसे ही टाइम पर दवा ले रहा था और मुझें 10 दिनों में ही आयुर्वेदिक दवा का असर दिखने लगी, पेशाब कम होना आने की समस्या भी बंद हो गयी और मुझें पहले से बहुत अच्छा लगने लगा| पहले तो मै चल भी नहीं पा रहा था लेकिन 1 महिना रेगुलर आयुर्वेदिक दवा लेने से मैं आराम से चल-फिर पा रहा हूँ| अब मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूँ| इसके लिए मैं कर्मा आयुर्वेदा और डॉ. पुनीत का धन्यवाद करता हूँ!

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